Suzlon Energy: ₹172.76 करोड़ की टैक्स पेनल्टी रद्द, शेयरों में 60% की बढ़त के साथ 2024 का समापन

(Suzlon Energy tax penalty overturned )

Suzlon Energy ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिससे निवेशकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। कंपनी पर लगाए गए ₹172.76 करोड़ के टैक्स पेनल्टी को आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (ITAT) ने रद्द कर दिया है, जिससे कंपनी के शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।

पेनल्टी का विवरण और रद्द होने की प्रक्रिया

मार्च 2024 में, Suzlon Energy पर नेशनल फेसलेस पेनल्टी सेंटर द्वारा ₹172.76 करोड़ की पेनल्टी लगाई गई थी। यह पेनल्टी वित्त वर्ष 2017 के दौरान कुछ अस्वीकृतियों, विशेषकर गुडविल पर डिप्रिशिएशन के दावे से संबंधित थी। कंपनी ने इस पेनल्टी के खिलाफ ITAT में अपील दायर की, जहां से सकारात्मक निर्णय प्राप्त हुआ। ITAT के फैसले के बाद, क्षेत्रीय मूल्यांकन अधिकारी (JAO) ने पेनल्टी आदेश को रद्द कर दिया।

शेयर बाजार में Suzlon के प्रदर्शन पर प्रभाव

इस निर्णय के बाद, Suzlon Energy के शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2024 में, कंपनी के शेयरों में 60% से अधिक की बढ़त हुई है, हालांकि अपने उच्चतम स्तर ₹86 से कुछ गिरावट के बाद वर्तमान में ₹62.31 पर ट्रेड कर रहे हैं। यह वृद्धि कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।

वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के परिणाम

Q2 FY2025 में, Suzlon Energy ने 96% की वृद्धि के साथ ₹201 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। कंपनी की राजस्व में 48% की वृद्धि होकर ₹2,093 करोड़ तक पहुंच गई, जबकि EBITDA में 31% की वृद्धि के साथ ₹294 करोड़ दर्ज किया गया। हालांकि, EBITDA मार्जिन पिछले वर्ष की समान तिमाही के 15.9% से घटकर 14.1% रह गया। कंपनी का ऑर्डर बुक 5.1 GW के सर्वकालिक उच्च स्तर पर है, जिसमें NTPC से भारत का सबसे बड़ा विंड ऑर्डर शामिल है।

निवेशकों के लिए सलाह

Suzlon Energy में हाल के घटनाक्रम और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और सूचित निर्णय लें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए सतर्कता बरतना आवश्यक है।

Disclaimer: शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।